11. कामकाजी महिलाओ का अधिकार
हमारे संविधान में लिखे अधिकारों के आधार पर सभी समानता के अधिकार को स्वीकारने लगे है। ऐसे में महिलाएं अपने करियर को लेकर गंभीर होने लग गयी हैं, वो भी अब रोजगार के लिए पुरुष के बराबर खड़ी हैं । लेकिन क्या कामकाजी महिलाओ को भारतीय कानून द्वारा बनाएं गए अधिकार मिल रहे हैं। अगर आप कामकाजी महिला हैं, तो ये आपका हक़ है की आप भारतीय कानून द्वारा बनाएं गए अधिकारों के प्रति जागरुक हो।
- समान पारिश्रमिक अधिनियम के अनुसार, लिंग के आधार पर किसी के भी वेतन में भेदभाव न किया जाएं ।
- कई महिलाएँ बाहर काम करती है जहा उनका फायदा उठाने की कोशिश करते है तो ऑफिस में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए उत्पीड़न अधिनियम कमेटी होनी आवश्यक है यदि ऑफिस में महिला के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है तो यौन उत्पीड़न अधिनियम के तहत वह महिला शिकायत दर्ज कर सकती।
12. मेटरनिटी बेनिफिट मिलेगा
कानून के तहत कोई भी महिला अगर सरकारी नौकरी में है या फिर किसी फैक्ट्री में या किसी अन्य प्राइवेट संस्था में काम करती है तो उसे मेटरनिटी बेनिफिट मिलेगा इस दौरान महिला को सैलरी और भत्ता दिया जाएगा। यदि गर्भपात हो जाता है और इन कारणों से अगर महिला बीमार होती है तो मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उसे एक महीने का अतिरिक्त अवकाश मिल सकता है।