7. यमुना न होती तो ताजमहल भी न होता
ताजमहल की बनावट ऐसी हैं, जिसे एक खास आधार की जरुरत थी और उस आधार को एक ऐसी लकड़ी से बनाया गया हैं , जिसे पानी मिलने पर ही मजबूती मिलती हैं और इस काम को करती हैं यमुना नदी ।
8. ताजमहल के अनोखे पत्थर
ऐसे माना जाता हैं की ताजमहल के निर्माण में बेस कीमती पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था । जिसे देखने से आँखे भी चौधियाँ जाती हैं । इस ईमारत को बनाने में जिन पत्थरों का इस्तेमाल हुआ था उन्हें मुख्यतः चीन ,तिब्बत और श्रीलंका से अठारह तरह के बहुमूल्य पत्थरों के इस्तेमाल से बनाया गया था । इन बेस कीमती पत्थरों को अंग्रेज अपने शासन काल में अपने साथ ले गए थे ।