19 Jun, 2022 आई. टी. एस कॉलेज मोहन नगर, गाजियाबाद (ITS College Mohan Nagar Ghaziabad) – आज यहाँ सोसाइटी आफ वास्तु साइंस द्वारा वास्तु और ज्योतिष पर एक राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस (National Conference on Astrology & Vastu) आयोजित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व विख्यात ज्योतिषी ओर आध्यात्मिक गुरु डा. पवन सिन्हा जी ने कहा की यूं तो ज्ञान ओर पुरुषार्थ सभी समस्याओ का हल है लेकिन फिर भी मनुष्य की भौतिक आकांक्षाओ को पूरा करने मे उसके भवन के ब्रहम स्थान का शुद्ध , हल्का ओर खुला होना आवश्यक है ।
घर के केंद्र बिन्दु को हल्का रखो और खुला रखो – आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा
काशी एकेडमी फॉर होलिस्टिक इनोवेशन ( KAHI ) के संस्थापक कुंवर साहनी ने बताया की एरोमा थेरेपी यानि सुगंध के द्वारा किसी भी घर मे पृथ्वी तत्व का समावेश किया जा सकता है।
रुड़की से सिविल इंजीनियर ओर प्रसिद्ध वास्तु शास्त्री डा संजीव अग्रवाल ने बताया की घर में अनावश्यक वस्तुओ को बाहर निकालना बहुत सारे वास्तु दोषों का निवारण है।
सोसाइटी आफ वास्तु साइंस के चैयरमेन कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी (Col. Tejendra Pal Tyagi) ने कहा की दुनियाँ मे सबसे पहले भयंकर आवाज के साथ आकाश तत्व की उत्पत्ति हुई। तत्पश्चात अन्य तत्वों की उत्पत्ति हुई | ये आकाश तत्व ही है जो जिसमे Entry ओर Exit दोनों मौजूद है जो अन्य किसी तत्व मे नहीं है। आकाश तत्व का सम्बन्ध ध्वनि से है ओर कान से है।
प्रख्यात ज्योतिषी ओर सोसाइटी ऑफ वास्तु साइंस के सचिव पंडित शिव कुमार शर्मा ने कहा ज्योतिष की परिभाषा अनुसार देश की करीब आधी आबादी मंगली है। परंतु 10 से भी अधिक ऐसी स्थितियां है,जो अक्सर बिना पैसे बताई नहीं जाती, जिनमे मंगली दोष समाप्त हो जाता है या कमजोर हो जाता है ! इन स्थितियों के बारे मे उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
इंजीनियर विनोद शर्मा, इंजीनियर हिमांशु गर्ग, डा .सतीश भारद्वाज, मानव चावला, सुखविंदर सिंह, शरद पुरवार, राहुल पुरी, पुष्कर त्यागी ने विभिन्न विभिन्न विषयों पर अत्यंत लाभकारी विचार रखें| इस अवसर पर नाभि चक्र विशेषज्ञ स्वामी मुक्तानंद ,एस्ट्रोलॉजर पंडित संदीप वशिष्ठ, पं.अरुण मिश्रा, आचार्य अखिलेश कौशिक आदि विद्वानों ने भी अपने विचार रखे , कार्यक्रम के अन्त में प्रश्नोत्तर काल आयोजित किया गया, जिसमें मंचासीन विद्वानों द्वारा जन सभा को स्वयं वास्तु दोष निवारण के उपाय बताए गए| कार्यक्रम के सफलता के लिए परोपकार फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
स्टोरी: कृष्णा शर्मा जी