चित्रिणी की महिलाएँ पतिव्रता,पति और स्वजनों से प्यार करने वाली होती हैं।
चित्रिणी महिलाएँ हर काम को बड़ी ही आसानी से और जल्दी से करती हैं। पर इनमें भोग विलास की इच्छा कम होती है। श्रृंगार आदि में इनका मन अधिक लगता है और इसी विषय पर अधिक सोचती है।
चित्रिणी महिला थोड़ी आलसी परवर्ती की होती है इनसे अधिक मेहनत वाला काम नहीं होता है
यह बुद्धिमान और विदुषी होती हैं। गाना-बजाना और चित्रकला इन्हें विशेष प्रिय होता है। ये तीर्थ, व्रत और साधु-संतों की सेवा करने वाली होती हैं। ये दिखने में बहुत ही सुंदर होती हैं।
इनका मस्तक गोलाकार, अंग कोमल और आंखें चंचल होती हैं।
इनका स्वर मधुर होता है। बाल काले होते हैं। इस जाति की लड़कियां बहुत कम होती हैं। यदि इनका जन्म गरीब परिवार में भी हो तो ये अपने भविष्य में रानी के समान सुख भोगती हैं।