गरूड़ पुराण के अनुसार…….
किसी भी मनुष्य को नर्क में या स्वर्ग में भेजने से पहले मनुष्यों के कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले अधिकारी चित्रगुप्त यमराज को उसके सारे पाप और अच्छे कामो की गिनती करवाते है फिर उस मनुष्य के पाप और पुण्य का फैसला उसी प्रकार सुनाते हैं
यमराज अपने दूत चंड और प्रचंड को आदेश देते हैं कि……
मनुष्य को किन किन नर्कों में जाना है और फिर यमदूत मनुष्य को एक पाश मे बांधकर यमलोक से नर्क लेकर आते हैं।