रक्षा बंधन के शुभ मुहूर्त –
सुबह ०६ से ०७.३० बजे तक- शुभ ,सुबह
१०.३० से दोपहर १२ बजे तक –चर ,दोपहर
१२ से ०१.३० बजे तक –लाभ दोपहर १.३०से ०३ बजे तक –अमृत ,शाम ०४ .३० से ०६ बजे तक-शुभ ,शाम ०६ से ७.३० बजे तक-अमृत
ज्योतिष के अनुसार भद्रा शनि देव की बहन है|जिसका प्रभाव शनी देव की ही तरह क्रूर बताया जाता है|
भद्रा के उग्र स्वभाव से ही ब्रम्हा ने उन्हें काल की गणना में प्रमुख स्थान दिया है|भद्रा का समय ७से से १३ घंटे २० मिनट तक प्रभावी रहता है|भद्रा के समय राखी बांधना और होलीका दहन की अनुमति नही है|साथ ही किसी भी प्रकार का ,मांगलिक कार्य भी नहीं होता है|
इस बार इस पवित्र त्योहार पर श्रीव्त्स्व और गौरी योग और शाम को ४.३० से ९ बजे तक शुभ ,अमृत और चर की चौघडिया में राखी बांधने के शुभ मुहूर्त है|
इसबार श्रावण पूर्णिमा की १७ अगस्त को रात्रि १०.२७ से अगले दिन १८ अगस्त की रात ८.५३ तक शुभ मुहूर्त है जबकि भद्रा १७ अगस्त को शाम ४.२७ पर शुरू होकर १८ अगस्त को सुबह ३.४२ पर ख़त्म हो रहा है अत: इसबार रक्षा बंधन पूरी तरह से भद्रा मुक्त है|
रक्षा बंधन के शुभ मुहूर्त

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