जीवन से प्रेम करो और अधिक खुस रहो जब तुम एकदम प्रशन्न होते हो,सम्भावना तभी होती है|
कारण तभी यह है की दुःख तुम्हे बंद कर देता है|सुख तुम्हे खोल देता है|
क्या तुमने येही बात अपने जीवन में नही देखि ? जब भी तुम दुखी होते हो,बंद हो जाते हो,एक कठोर आवरण तुम्हे घेर लेता है|
प्रशन्न व्यक्ति फुल की तरह खिला हुआ रहता है|