बरसात का पानी

बरसात का पानी (  )

”बरसात होने का दुःख वो क्या जाने जिसके  पक्के मकान हो ”

”उनके लिए तो बरसात मतलब चाय पकोड़े का आनन्द लेना है ”

”बरसात का दुःख तो वही जाने जिसका मकान टुटा झोपड़ा हो”

”सोने का बिस्तर गिला हो सर झुपाने की जगह न हो”

” भीगा थराता कापता बदन हो ”

” और बरसात के पानी में सब भीग चूका हो ”

”आँखों का पानी भी बरसात के पानी में छुप गया हो ”

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