बारिश के कारण चांद नहीं दिखाई देने पर क्या करें | If the moon is not visible on Karwa Chauth
- दिल्ली एनसीआर में बारिश के कारण आपके मन में चंद्र उदय के समय को लेकर संशय बन रहा होगा कि जब चन्द्र दर्शन ही नहीं होंगे तो चांद को अर्घ्य कैसे दिया जाएं। ऐसी स्थिति में जब मौसम ख़राब होने की वजह से चंद्र दर्शन नहीं हो पाते तो पंचांग में बताएं गए चन्द्रमा निकलने के टाइम पर करवा चौथ रखने वाली सुहागिन स्त्री जिस दिशा में चांद निकलता है उस ओर मुँह करके चंद्रदेव का ध्यान करते हुए, अर्घ्य दे सकती है। ऐसा करने पर बिना किसी दोष के आपका व्रत पूर्ण माना जाता है।
- जब ऐसी परिस्थिति हो तो शिवजी के मस्तक पर विराजित चंद्रमा के दर्शन व चंद्रमा का पूजन करके क्षमा याचना करनी चाहिए।
Karwa Chauth Vrat 2023 in Hindi – कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (करकचतुर्थी) के दिन किये जाने वाला व्रत ही “करवा चौथ व्रत” कहलाता है। अहोई अष्टमी व्रत व दीपावली के पर्व से पहले मनाया जाने वाला यह व्रत सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियों का एक प्रमुख त्यौहार (Festival) है। पुराने समय से ही इस दिन सुहागिन स्त्रियाँ सज-धज कर नए वस्त्र आदि पहनकर बड़े ही हर्षोल्लास से अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती है और पुरे दिन निराहार रहकर शाम को चंद्रमा को अर्ध्य देकर ही भोजन ग्रहण करती हैं। इस दिन भगवान् शंकर, माता पार्वतीजी, भगवान् कार्तिकेय और गणेशजी का पूजन किया जाता है।
2021 में करवा चौथ व्रत की तारीख, समय व पूजा का शुभ मुहूर्त | |
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तारीख | 24 अक्टूबर 2021 (रविवार) |
व्रत का समय | 06:27 (सुबह) से 08:07 (रात) |
पूजा का समय | शाम 05:43 से लेकर 06:59 तक |
चाँद निकलने का समय | 08:07 रात में (24 अक्टूबर) |
यह भारत के मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब का पर्व है हालाकि पंजाब में यह व्रत सूर्योदय से पहले सरगी खाकर शुरू किया जाता है जिसे करवा चौथ की सरगी (Karwa Chauth Sargi) कहा जाता है लेकिन सभी जगह ऐसा रिवाज नहीं है। बाकि जगहों पर महिलाएं अपने कुटुंब के पारंपरिक रिवाज अनुसार इस व्रत की शुरुआत करती है। करवा चौथ का व्रत अहोई अष्टमी व्रत व दीपावली से पहले मनाया जाता है।