धन उत्तम कर्मों से उत्पन्न होता है,
साहस, योग्यता व दृढ़ निश्चय से बढ़ता है,
चतुराई से फलता फूलता है और संयम से सुरक्षित होता है।
धन उत्तम कर्मों से उत्पन्न होता है,
साहस, योग्यता व दृढ़ निश्चय से बढ़ता है,
चतुराई से फलता फूलता है और संयम से सुरक्षित होता है।