भगवान विष्णु परमात्मा के तीन स्वरूपों में से एक जगत के पालक माने गए हैं। श्रीहरि ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और शांति के स्वामी भी माने जाते हैं। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए एकादशी के व्रत रखे जाते है । जो की प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष और एक शुक्ल पक्ष की होती है। दोनों ही पक्षों की एकादशी पर व्रत करने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। मनुष्य यदि सही विधि और नियमों का पालन करते हुए एकादशी व्रत करते हैं तो उनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही जो मनुष्य नीचे बताएं गए इन 4 कामों को करता है उस पर श्री हरि की कृपा जरूर होती है।
गीता पाठ:
जो लोग नियमित रूप से गीता का पाठ करते हैं, वे भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं।जो भी शुभ काम करें, भगवान का ध्यान करते हुए करें, इससे उस काम में सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। मान्यता है कि श्रीमद् भागवत गीता भगवान श्रीकृष्ण का ही साक्षात् ज्ञानस्वरूप है।
तुलसी सेवा:
तुलसी की महक से वातावरण के सूक्ष्म हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। घर के आसपास की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। साथ ही, तुलसी की देखभाल करने और पूजन करने से देवी लक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। घर में तुलसी होना शुभ और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
ब्राह्मण का आदर:
ब्राह्मण का रखे सदेव मान , जो लोग इनका अपमान करते हैं, वे जीवन में दुख प्राप्त करते हैं। ब्राह्मण ही भगवान और भक्त के बीच की अहम कड़ी है। आपके दुखों को दूर करने और सुखी जीवन प्राप्त करने के उपाय बताते हैं। अत: ब्राह्मणों का सदैव सम्मान करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार ब्राह्मण सदैव आदरणीय माने गए हैं।
गौ सेवा:
गाय को माता के रूप में पूजा जाता है साक्षात् माँ लक्ष्मी का रूप मानी जाती है गाय ,गाय से प्राप्त होने वाले दूध, मूत्र और गोबर पवित्र और स्वास्थ्यवर्धक हैं।गौमूत्र के नियमित सेवन से केंसर जैसी गंभीर रोग में भी फायदा होता है। जिन घरों में गाय होती है, वहां सभी देवी-देवता वास करते हैं।