इस जगह 200 से ज्यादा “लाशें”, दिखाती है लोगों को रास्ता

More than 200 dead bodies on mount everest
More than 200 dead bodies on mount everest

माउंट एवरेस्ट का नाम तो आपने जरुर सुना होगा इसकी चढ़ाई इतनी मुश्किल है कि हर कोई आसानी से नहीं चढ़ सकता। लेकिन हजार मुश्किलों के बाद कुछ लोग फिर भी चढ़ ही जाते हैं। यहाँ कई लोग पर्वतारोहण के लिए आते ही रहते हैं। पर्वतारोहण के दौरान यहाँ आए लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

जैसे-खराब मौसम, हिमस्खलन, खाने-पीने की समस्या, बर्फ की वजह से शरीर का सुन्न हो जाना और वहा के टेढ़े-मेढ़े रास्ते..

mount everest
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अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं

dead bodies
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कई लोगों के लिए ये सफर इतना कठिन हो जाता है कि न तो वो वापस आ पाते हैं न ही मंजिल तक पहुंच पाते हैं। ऐसे में वह बीच सफर में ही यहां दम तोड़ देते हैं। दुर्भाग्यवश कितनो को तो अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं होता सदियों तक लाशों के रूप में वहीं पड़े रहते हैं।

200 लाशें ऐसी है

More than 200 dead bodies
More than 200 dead bodies

माउंट एवरेस्ट पर लगभग 200 से ज्यादा लाशें ऐसी हैं जो सालों से यहाँ पड़ी हुई हैं। इन लाशों को नीचे लाकर अंतिम संस्कार करना मुमकिन नहीं इस वजह से अब ये लाशें लैंडमार्क बनी हुई है।

Hannelore Schmatz

यहाँ ये लाश Hannelore Schmatz नाम की महिला की है जो जर्मनी से थी।

hannelore schmatz
hannelore schmatz

इनके लिए कहा जाता है कि चढ़ाई के दौरान ये बेहद थक गई और आराम करने के लिए अपने बैग के सहारे लेट गईं और उसी अवस्था में उनकी जान चली गई।
कहा जाता है कि Hannelore Schmatz माउंट एवरेस्ट पर मरने वाली पहली महिला थी।

ग्रीन बूट्स

green boots
green boots

माउंट एवरेस्ट पर मौजूद लगभग हर लाश को नाम दिया गया है। इस तस्वीर में दिख रही लाश को ‘ग्रीन बूट्स’ कहा जाता है। बताया जाता है कि यह सेवांग पालजोर का शव है। उनकी मौत 1999 में आए तूफान की वजह से हो गई थी।

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