ईर्ष्या तुलना है
- हमे तुलना करना सिखाया गया है यदि हम तुलना करना छोड़ देते है|
- ,तो ईर्ष्या गायब हो जाती है|तब बस तुम जानते हो की तुम,तुम हो|
- तुम कुछ और नहीं हो और कोई जरूरत भी नही है|
- तुलना बहुत ही मुर्खता पूर्ण वृत्ति है|
- प्रतेक व्यक्ति अनुपम और अतुलनिय है|
- बार यह बात समझ में आ जाए तो ईर्ष्या गायबहो जाएगी |
- तुम सिर्फ तुम हो,कोई भी ,कभी भी तुम्हारे जैसा नही हुआ और कोई भी तुम्हारे जैसा नही होगा|
Title: jealousy